रामानुजगंज जिले के ऑटो रिक्शा ड्राइवर की बेटी ने IIT में हांसिल की 169 वीं रैंक

छत्तीसगढ़ राज्य के रामानुजगंज जिले में छोटे से गांव बलरामपुर के एक ऑटो चालक की बेटी ने IIT में 169 वीं रैंक पाकर पूरे गांव का नाम रोशन कर दिया है. जी हां किसी ने सच ही कहा है कि जहां चाह है वहां राह है, इस वाक्य को किरण ने पूरा कर दिखाया. किरण ने एक गरीब माहौल में रहकर भी IIT जैसी परीक्षा में 169 की रैंक पाकर अपने पिता का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है.
Kiran

Image: ANI

किरण के पिता एक ऑटो रिक्शा चालक हैं उन्होंने बताया कि उनकी पढ़ाई 11वीं क्लास में ही पैसे ना होने के कारण बीच में ही छूट गई थी. फिर उनके कंधों पर परिवार का आ गया लेकिन उन्होंने यह ठान लिया था के जो मुझे नहीं मिला है या जो कुछ मैं नहीं कर पाया हूं वो सब मैं अपने बच्चों को जरुर करुँगा.उन्होंने दिन रात मेहनत कर कर अपने बच्चों को पढ़ाया आखिरकार उनकी मेहनत रंग ला ही गई. उनकी बेटी ने आईआईटी दिल्ली में प्रवेश के लिए 169 भी रैंक हासिल की.

किरण की माता ने बताया कि किरण पढ़ाई के लिए दिन रात मेहनत करती है. किरण की माता को अब तक यही चिंता थी कि किरण के दाखिले के लिए वह पैसे कैसे जमा करेंगे. मगर उनकी बेटी ने उनको एक चिंता से छुटकारा दे दिया है उनकी माता की खुशी देखने लायक थी. जहां लड़कियों को मां की कोख में ही मार दिया जाता है वही इस गरीब परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था.

किरण ने इसका सारा श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है. साथ ही यह भी कहा कि उसके पिता उसके लिए दिन रात मेहनत करते हैं और साथ ही पढ़ाई का भी पूरा ध्यान रखते हैं. उसके लिए उन्होंने अपने पिता को धन्यवाद भी कहां है. पूरे गांव में खुशी का माहौल है और किरण के माता-पिता किरण की इस सफलता पर गांव में मिठाई भी बांटी.

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