मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की न्यायिक समीक्षा बोर्ड ने रिहाई का आदेश दे दिया है. हाफिज सईद इसी साल 31 जनवरी से पाकिस्तान में नजरबंद था जिसे गुरुवार को रिहाई के आदेश दे दिए गए हैं. हाफिज सईद की आजादी भारत के उन अथक प्रयासों की किरकिरी है जो भारत ने मुंबई हमले को लेकर सईद को न्याय के कटघरे में खड़ा करने के लिए किए थे.आपकी जानकारी के लिए बता दे कि नजरबंदी की अवधी 3 महीने को बढ़ाकर अधिक करने के सरकार के आग्रह को बोर्ड ने बुधवार को खारिज कर दिया तथा हाफिज सईद को रिहाई के आदेश दे दिए. नजरबंदी की अवधि 30 दिनों की मियाद खत्म होते ही हाफिज सईद को रिहा कर दिया.
रिहा होते ही हाफिज सईद ने उगला भारत के खिलाफ जहर, जमात-उद-दावा के ट्विटर अकाउंट पर किया वीडियो जारी कहा “भारत कुछ भी कर ले मगर कश्मीर आजाद होकर ही रहेगा. कश्मीर मामले को लेकर ही भारत मेरे पीछे पड़ा है और मैं कश्मीर को आजाद कराने के पीछे पड़ा हूं और इंशाल्लाह मैं अपने इस मंसूबे में कामयाब जरूर हो जाऊंगा”
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जमात के सरगना हाफिज सईद के सर पर अमेरिका सरकार ने एक करोड़ डॉलर (करीब 65 करोड़ रुपये) का इनाम रखा हुआ है. पाकिस्तान कोर्ट के इस आदेश पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का नाराज होना जायज है.
पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने हाफिज की नजरबंदी की अवधि 3 महीने और बढ़ाने की बात रखते हुए न्याय समीक्षा बोर्ड से इजाजत मांगी थी क्योंकि पंजाब के गृह मंत्रालय ने कहा था कि अगर हाफिज को अभी रिहा किया गया तो पाकिस्तान पर कई तरह के अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं. जो साफ देखा भी जा सकता हैं पाकिस्तान के इस फैसले से अमेरिका ने भी सख्त नाराजगी जताई है.