मदरसे की छात्राओं ने नारी निकेतन पहुंच, जब भरे गले से सुनाई अपनी यौन उत्पीड़न आपबीती

बीती रात्रि पुलिस ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक मदरसे पर छापेमारी कर 51 छात्राओं को मदरसे से मुक्त कराया मदरसे की छात्रों ने नारी निकेतन पहुंच अपनी आपबीती सुनाई और आप बीती सुनाने के दौरान छात्राओं का गला इस कदर भर गया कि उनसे अपने ऊपर हुए जुल्मों का बखान भी नहीं हुआ.Girls relese form madarsa in lucknow

जिस मदरसे की यह घटना है उस मदरसे का नाम पहले अशरफिया मिनाईया था और उसमें केवल छात्र पढ़ते थे मगर कुछ समय बाद ही आरोपित तैयब जिया ने वहां केवल छात्राओं को पढ़ाने की बात कही तथा मदरसे का नाम भी बदल दिया. जो खुद को मदरसे का संस्थापक बताता है उसका नाम सय्यद अशरफ जिलानी है और उसका कहना है कि उसने जमीन खरीद कर मदरसे की स्थापना कराई थी तथा संचालन के लिए तैयब जिया को रखा था.

यौन उत्पीड़न की शिकायत पर जब पुलिस ने छापेमारी की तो बाहर से 51 लड़कियों को रिहा कराया रिहा हुई 51 छात्राओं ने नारी निकेतन पहुंच अपनी आपबीती सुनाई और कहा कि मदरसे का संचालक उन्हें रात को अपने कमरे में बुलाता था और उनके साथ अश्लील हरकतें करता था. ना केवल अश्लील हरकतें बल्कि अगर कोई छात्रा मना करती तो उसे डंडे से पीटता भी था.

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मदरसे का इस्तेमाल हॉस्पिटल के रुप में किया जा रहा था. छात्राओं का कहना है कि जब वह रसोई में कुछ बनाने जाती तो तैयब जिया उनके पैरों पर अपना पैर रखकर दबाता था और उन्हें नोचता भी था अगर कोई इसका विरोध करती तो उसे पीटता तथा भुगत लेने की धमकियां देता था.

जानकारी के अनुसार मदरसे में 1 से 12वीं कक्षा तक की छात्राएं शिक्षा ग्रहण करती थी और उनमें से अधिकांश छात्राएं नाबालिग है छात्राओं का यह भी कहना है कि एक शिक्षक को उन्होंने इस की बात बताई तो उसने तैयब जी विरोध तो मदरसा संचालक तैयबजी 9:00 उसे वहां से निकाल दिया.

तैयब छात्राओं ने आरोप लगाते हुए कहा है कि वह लड़कियों को किसी बहाने मछली मंडी स्थित खदीजतुल कुबरा फाउंडेशन के नाम से बनी कॉलोनी में लेकर जाता था. और यहां छात्राओं से छेड़छाड़ करता तथा कमरे में ले जाकर अश्लील नृत्य भी करता था. हालांकि पुलिस ने छात्राओं का सामान मदरसे से निकलवाकर बाल संरक्षण गृह में भिजवा दिया है तथा आरोपी के कमरे की तलाशी ली और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

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