जब से महाराजा गंगासिंह विश्वविधालय के परीक्षा फॉर्म भरने शुरू हुए है, तब से विभिन्न छात्र सगठनों के द्वारा इस प्रकार बढ़ाए गये परीक्षा शुल्क की कड़ी निंदा हो रही थी।
साथ ही छात्र सगठनों हेतु इसे गरीब एवम आर्थिक रूप से असमर्थ बालको को शिक्षा से वंचित करने वाला फैसला बताया गया था। इस कारण छात्र सगठनो ने अपने अपने स्तर पर इस निर्णय का पुरे जोर शोर से विरोध किया।
जिसके चलते कल हुई मीटिंग में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति को बढ़ाई गई फ़ीस को वापस लेना पड़ा। इस अवसर पर महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति ने मुख्य रूप से निम्न बाते कही की सभी कक्षाओं कि फ़ीस में मात्र सो रुपए की बढ़ोतरी की जायेगी। साथ जिन विधार्थियो ने फ़ीस भरकर फार्म जमा करवा दिया है, उन्हें वर्तमान के हिसाब से फ़ीस काटकर वापस कर दी जायेगी।
B.A, B.COM., B.Sc प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को परीक्षा फॉर्म भरने के लिए 7 दिन का अतिरिक्त समय दिया जायेगा। एनरोलमेंट की फीस जो रु 2000 बढ़ाई गई थी उसको कम करके रु 500 रखा जायेगा। साथ ही प्रतिवर्ष 10% फ़ीस नही बढ़ेगी। जैसे ही विश्वविद्यालय के द्वारा ये आदेश निकाला गया।
विधार्थियो में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी। उनके चेहरे पर विश्वविद्यालय के इस फैसले से मुस्कराहट आ गई। और सभी ने एक दूसरे को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया । एवम इसे छात्र एकता की जीत बताई।
[स्रोत- विनोद रुलानिया]