अमरीका ने बजाया पाकिस्तान का बैंड

पाकिस्तान के हुक्मरानों की चैन की नींद उड़ाने के लिए अमरीका की सुरक्षा एजेंसी की दमदार चेतावनी आ गई है। पाकिस्तान की सेंट्रल सुरक्षा एजेंसी -सीआईए के प्रमुख निदेशक ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुआ कहा है की अगर पाकिस्तान ने आतंकवादियों की सुरसक्षित पनाहगाहों को जल्द ही नष्ट नहीं किया तो यह काम अमरीका स्वयं ही कर देगा। इस चेतावनी का असर देखने के लिए इस समय अमरीका के रक्षा मंत्री जिम मैंटिस इस्लामाबाद में हैं हैं। उनका उद्देशय पाकिस्तान के साथ अफगानिस्तान के संबंध में नयी रणनीति के संबंध में विचार विमर्श करने का है।

USA played band of Pakistan

पहले बात फिर घात :

अमरीका की सीआईए के जिम मैटिस ने कहा है की पहले वो पाकिस्तान से इस समाबंध में बात करेंगे। उन्होने कहा की वे पाकिस्तान को अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आतंकवाद के संबंध में गंभीरता से अवगत करवाएँगे। जिम ने पाकिस्तान को चेताया है की अमरीका आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट करने के लिए पूरी तरह से गंभीर है। अमरीकी रक्षा मंत्री ने कहा है की अब समय आ गया है की पाकिस्तान के राजनैतिक और सैनिक मुखियाओं को उन स्थानों को नष्ट करने के बारे में गंभीरता से सोचना होगा जहां से आतंकवादी सीमा पार हमले कर रहे हैं।

अगर पाकिस्तान ने इस चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया तो अमरीका इस काम को अपने हाथ में लेने से पीछे नहीं हटेगा।

जिम ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा की वे पाकिस्तान के साथ मिलकर इस समस्या का हल निकालने के लिए तैयार हैं। उनका मकसद दक्षिण एशिया में सम्पूर्ण आर्थिक विकास और स्थायित्व के लिए यह कदम उठाना बहुत जरूरी है।

ट्रम्प की नीति :

अगस्त 2017 में अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अफगानिस्तान में चल रहे आतंकवाद को लेकर एक नयी नीति का ऐलान किया था। इस नीति की घोषणा में पाकिस्तान की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे और भारत की प्रशंसा की गई थी। हालांकि अमरीका पाकिस्तान की आतंकववाद को समर्थन देने के बारे में बदलाव चाहता है लेकिन अभी तक ट्रम्प सरकार को इस कार्य में सफलता नहीं मिली है।

पहले किया अनुरोध :

इस चेतावनी से एक सप्ताह पहले अमरीका ने पाकिस्तान को मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफ़िज़ सईद पर तत्काल आरोप तय करके गिरफ्तार करने का अनुरोध किया था। उस समय भी व्हाइट हाउस की ओर से यह साफ तौर पर कहा गया की अगर ऐसा नहीं किया गया तो पाकिस्तान अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे। उन्होने कहा की पाकिस्तान हुक्मरान पहले ही कह चुके हैं वे आतंकवाद का समर्थन नहीं करते हैं। जिम का कहना हैं की अब कथनी को करनी में बदलने का समय आ गया है। यह उनके ही फायदे में होगा ।

अमरीका और पाकिस्तान के इन संवादों के माध्यम से दोनों देशों में बढ़ता तनाव स्पष्ट दिखाई देता है। ट्रम्प की नीति के अनुसार पाकिस्तान पर हक्कानी नेटवर्क और तालिबान पर सख्त कार्यवाही करने का दबाव बढ़ता जा रहा है।

हालांकि हाफिज़ सईद पर इस अनुरोध और चेतावनी का कोई असर नहीं है और वह बेखौफ आज़ाद घूम रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.